प्रस्तावना
IFS (Indian Foreign Service) IFS Officer कैसे बने : हर छात्र का सपना होता है कि वह देश की सेवा करे और अपने करियर में एक ऊंचा मुकाम हासिल करे। UPSC की परीक्षाएं ऐसे ही कुछ सपनों को साकार करने का माध्यम बनती हैं। इस परीक्षा से चुनी जाने वाली सेवाओं में एक बेहद प्रतिष्ठित और सम्मानजनक सेवा है – IFS यानी भारतीय विदेश सेवा (Indian Foreign Service)। यह सेवा उन युवाओं के लिए है जो दुनिया के अलग-अलग देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं।
इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि IFS क्या होता है, इसके लिए क्या योग्यता चाहिए, तैयारी कैसे करें, परीक्षा प्रक्रिया क्या है, ट्रेनिंग, सैलरी, पोस्टिंग, और इससे जुड़ी हर जरूरी जानकारी विस्तार से।
IFS क्या है?
IFS (Indian Foreign Service) भारत सरकार की एक प्रमुख केंद्रीय सेवा है, जो विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) के अधीन कार्य करती है। IFS अधिकारियों का काम होता है भारत के अन्य देशों के साथ राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संबंधों को बनाए रखना और मजबूत करना।
एक IFS अधिकारी विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों (Embassies), उच्चायोगों (High Commissions) और वाणिज्य दूतावासों (Consulates) में भारत का प्रतिनिधित्व करता है।
IFS Officer के मुख्य कार्य
- विदेश नीति को बनाना और लागू करना
- विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व करना
- अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों, मीटिंग्स और समझौतों में भाग लेना
- विदेशों में रहने वाले भारतीय नागरिकों की सहायता करना
- अन्य देशों के साथ भारत के व्यापार, कूटनीतिक, सांस्कृतिक और रक्षा संबंधों को बढ़ाना
IFS Officer बनने के लिए योग्यता
IFS अधिकारी बनने के लिए आपको UPSC द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services
Examination) पास करनी होती है। इसके लिए निम्नलिखित योग्यताएं जरूरी होती हैं:
- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (Graduation) पास होना चाहिए।
- विषय कोई भी हो सकता है – Arts, Science, Commerce आदि।
वर्ग | न्यूनतम आयु | अधिकतम आयु | प्रयास की सीमा |
---|---|---|---|
सामान्य | 21 वर्ष | 32 वर्ष | 6 |
OBC | 21 वर्ष | 35 वर्ष | 9 |
SC/ST | 21 वर्ष | 37 वर्ष | कोई सीमा नहीं |
IFS Officer बनने की परीक्षा प्रक्रिया (UPSC CSE)
IFS में भर्ती UPSC की सिविल सेवा परीक्षा से होती है। यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है:
1️⃣ प्रारंभिक परीक्षा (Prelims)
- 2 पेपर होते हैं:
- सामान्य अध्ययन (General Studies) – 200 अंक
- CSAT – 200 अंक (सिर्फ क्वालिफाइंग)
- परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइप (MCQ) होती है।
- इसमें सफल होने वाले उम्मीदवार ही मुख्य परीक्षा में बैठ सकते हैं।
- 2 पेपर होते हैं:
- सामान्य अध्ययन (General Studies) – 200 अंक
- CSAT – 200 अंक (सिर्फ क्वालिफाइंग)
- परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइप (MCQ) होती है।
- इसमें सफल होने वाले उम्मीदवार ही मुख्य परीक्षा में बैठ सकते हैं।
2️⃣ मुख्य परीक्षा (Mains)
- 9 पेपर होते हैं, जिसमें 2 क्वालिफाइंग पेपर (English और एक भारतीय भाषा) और 7 मेरिट वाले पेपर होते हैं।
पेपर | विषय | अंक |
---|---|---|
पेपर A | भारतीय भाषा | 300 (Qualifying) |
पेपर B | English | 300 (Qualifying) |
पेपर I | निबंध | 250 |
पेपर II–V | सामान्य अध्ययन | 4 पेपर × 250 = 1000 |
पेपर VI–VII | वैकल्पिक विषय (Optional) | 2 पेपर × 250 = 500 |
3️⃣ इंटरव्यू (Personality Test)
- 275 अंकों का होता है।
- इसमें उम्मीदवार की सोच, दृष्टिकोण, संवाद शैली और विदेश मामलों की समझ को परखा जाता है।
IFS में चुने जाने के लिए आपको इस मेरिट में बहुत अच्छा प्रदर्शन करना होगा क्योंकि IFS के लिए रैंक बहुत ऊपर तक जाती है।
IFS की ट्रेनिंग कैसे होती है?
UPSC से चयनित होने के बाद उम्मीदवारों की ट्रेनिंग निम्न चरणों में होती है:
- LBSNAA (Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration), Mussoorie में 3-4 महीने की ट्रेनिंग।
- इसके बाद Foreign Service Institute, New Delhi में IFS की विशेष ट्रेनिंग होती है।
- यहां विदेशी भाषा (जैसे – फ्रेंच, स्पेनिश, चाइनीज़ आदि) सिखाई जाती है।
- राजनयिक कौशल (diplomatic skills), अंतरराष्ट्रीय संबंध, संधियाँ, आदि विषयों की पढ़ाई होती है।
- इसके बाद IFS ट्रेनी की पहली पोस्टिंग विदेश मंत्रालय (MEA), दिल्ली में होती है और फिर उसे विदेश में भेजा जाता है।
IFS Officer की पोस्टिंग
IFS अधिकारी की पोस्टिंग दो जगहों पर होती है:
- विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs)
- Passport Offices
- क्षेत्रीय दफ्तरों में
- भारतीय दूतावास (Embassies)
- उच्चायोग (High Commissions)
- वाणिज्य दूतावास (Consulates)
- संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठनों में भारत का स्थायी मिशन
IFS Officer की Salary
IFS अधिकारियों की सैलरी 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) के अनुसार दी जाती है। विदेश में पोस्टिंग पर मिलने वाला foreign allowance वेतन को कई गुना बढ़ा देता है।
स्तर | मूल वेतन | विदेश भत्ता |
---|---|---|
Entry Level | ₹56,100 – ₹1,77,500 | ₹1.5 लाख – ₹5 लाख |
Senior Level | ₹67,700 – ₹2,08,700 | देश के अनुसार |
Ambassador | ₹2,25,000 (fixed) | High Allowance |
अन्य सुविधाएं:
- फ्री आवास (भव्य बंगला विदेशों में)
- सरकारी गाड़ी
- बच्चों की इंटरनेशनल स्कूलिंग
- विदेश यात्रा
- मेडिकल और अन्य भत्ते
IFS vs IAS: क्या फर्क है?
पहलू | IFS | IAS |
---|---|---|
कार्यक्षेत्र | अंतरराष्ट्रीय | प्रशासनिक |
पोस्टिंग | विदेशों में | राज्यों में |
प्राथमिकता | विदेश नीति | नीति क्रियान्वयन |
जीवनशैली | ग्लोबल, डिप्लोमैटिक | लोक सेवा, ग्राउंड लेवल |
तैयारी कैसे करें?
- इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय संबंध
- Daily Current Affairs की गहरी समझ जरूरी है
- NCERT (6th–12th) सभी विषयों के लिए
- Laxmikanth – Indian Polity
- Spectrum – Modern History
- Rajiv Sikri – International Relations
- The Hindu / Indian Express – Daily News
- PIB (Press Information Bureau)
- PRS India
- Ministry of External Affairs की वेबसाइट
- UPSC Topper Interviews
टाइम टेबल कैसे बनाएं?
समय | विषय |
---|---|
सुबह 6–8 | करंट अफेयर्स |
10–1 | GS Subjects |
2–4 | Optional Subject |
5–6 | रिवीजन |
7–9 | Answer Writing Practice |
निष्कर्ष (Conclusion)
IFS एक सपना है जो मेहनत, समर्पण और धैर्य से पूरा होता है। यह करियर सिर्फ नौकरी नहीं, बल्कि एक सम्मानजनक और अंतरराष्ट्रीय पहचान वाला जीवन है। यदि आप विश्व मंच पर भारत की आवाज बनना चाहते हैं, तो IFS आपके लिए एक आदर्श विकल्प हो सकता है।
UPSC परीक्षा कठिन ज़रूर है, लेकिन सही रणनीति और सतत अभ्यास से यह संभव है। बस एक दिशा में ईमानदारी से प्रयास करते रहिए।
पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. IFS बनने के लिए कौन सी परीक्षा देनी होती है?
उत्तर: UPSC द्वारा आयोजित Civil Services Examination।
Q2. IFS और IAS में कौन बेहतर है?
उत्तर: दोनों की भूमिका अलग है। IFS विदेश नीति से जुड़ी होती है जबकि IAS देश के प्रशासन से।
Q3. IFS बनने में कितने साल लगते हैं?
उत्तर: यदि तैयारी सही हो तो 1–2 साल में UPSC क्लियर किया जा सकता है।
Q4. क्या IFS अधिकारी विदेश में रहते हैं?
उत्तर: हाँ, IFS अधिकारियों की अधिकांश पोस्टिंग विदेशों में होती है।
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